कुंभ मेला का रहस्य और इतिहास: क्यों मनाया जाता है कुंभ मेला?

कुंभ मेला का रहस्य और इतिहास: क्यों मनाया जाता है कुंभ मेला? भूमिका: कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। यह मेला लाखों भक्तों और साधुओं को एक साथ लाता है, जहां वे पवित्र नदियों में स्नान करके मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं। इसका आयोजन हर 12 साल में चार स्थानों पर किया जाता है—हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक। कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि इसमें कई रहस्यमय और ऐतिहासिक पहलू भी जुड़े हुए हैं। कुंभ मेला का इतिहास और उत्पत्ति कुंभ मेले का इतिहास प्राचीन वैदिक काल से जुड़ा हुआ है। इसकी उत्पत्ति का उल्लेख पुराणों और हिंदू धर्मग्रंथों में मिलता है। कुंभ मेले का आधार समुद्र मंथन की पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है। समुद्र मंथन की कथा: पौराणिक कथा के अनुसार, देवताओं और असुरों ने अमृत (अमरत्व देने वाला दिव्य पेय) प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया था। अमृत कलश के लिए देवताओं और असुरों के बीच 12 दिनों तक युद्ध हुआ। इस दौरान अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर चार स्थानों—हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक—पर गिरीं। यही कारण है कि इन चारों स...